टोटल मिक्स राशन – दुध उत्पाद वृद्धी का आधार
टोटल मिक्स राशन (Total Mixed Ration for Cattle)
टोटल मिक्स राशन यानी गाय भैस ओर दुधारू पशु के लिये हरा चारा, सुखा चारा, साईलेज, दाना, चुनी, कपास खल, बिनोला खल, बायपास फॅट, मिनरल प्रीमिक्स ओर अन्य घटक एकसाथ एकजैसे मिलाकर खिलाना. पुरानी पद्धतीसे पशु दाना या पशुआहार, हरा चारा एवं सुखा चारा अलग अलग खाते है लेकीन, टी. एम. आर. फीड (Total Mixed Ration for Cattle) पद्धती के अनुसार सभी खाद एवं चारा और पूरक सप्लीमेंटस एकसाथ दिये जाते है. पशुपालन के क्षेत्र मे अग्रेसर राष्ट्र ये पद्धती काफी साल पहलेहि अपना चुके है. टी. एम. आर. फीड गाय (TMR cattle feed) ओर भैस के सिवाय भेड, बकरी एवं जुगाली करनेवाले सभी प्राणिजातीयो के लिये कारगर साबित हुंवा है.
पशुखाद की रूढी दर पद्धतीसे पाचनपर होनेवाले परिणाम:
केवल दाना युक्त (खल ओर चुनी) पशुआहार मे जल्दी पिघलनेवाले कार्बोहायड्रेटस होने के कारण रुमेनमे रहनेवाले जीवाणू तुरंत एसिडिटी पैदा कर लेते है, जीससे रुमेन का पी.एच. तेजी से कम होकर आम्ल स्वरूप धारण कर लेता है. हितकारक या लाभदायी जीवाणू संख्या कम होने लगती है. थोडी देर बाद हरा चारा ओर सुखा चारा ई. रेषावाला या फायबर वाले पदार्थ खाने ओर जुगाली शुरू होने के बाद, पेट का पी. एच. धीरे धीरे सामान्य होने लगता है. लेकीन, शुरू के दो से तिन घंटे मे हुई तीव्र आम्लता का विपरीत असर दुध उत्पाद के उपर होता है. रुमेन पाचन (Rumen digestion) का अतिरिक्त भार सहता है. आम्लता या एसिडिटी के कारण ढिला या पतला गोबर, दुध ओर फॅट मे कमी आदि नजर आते है, इससे कि महंगे खाद घटको का पुरा इस्तमाल नही हो पाता.
टोटल मिक्स राशन खाद पद्धती के फायदे
- गाय भैस के पाचन मे सुधार कर, रुमेन का पी. एच. ठीक रहता है,एसिडिटी कम होने मे मदत करता है .
- दुध उत्पाद के अनुरूप टी. एम. आर. बना सकते है. सभी खाद घटक जैसे कि दाना, पशु आहार ओर चारा पूर्णरुपसे एकजैसे मिलाकर देनेसे रुमेन मे उपस्थित उपकारक जीवाणू सभी प्रकार के पोषक तत्व एक साथ पाते है. जीससे कि केवल दाना या खाद देनेसे होनेवाली आम्लता से मुक्ती मिलती है.
- एसिडिटी के कारण होनेवाली बिमारीया जैसे कि एसिडोसिस, लेमिनायटीस ई. से बचा जा सकता है. ओर परंपरागत तरीकेसे ज्यादा दुध उत्पाद हासील किया जा सकता है.
- पशुआहार, खल, भुसा, चुनी, सायलेज, हरा एवं सुखा चारा बायपास फॅट, मिनरल प्रीमिक्स आदी चीजे अलग अलग डालनेमे लगनेवाला वक़्त ओर लेबर दोनो मे कटोती होती है.
- जानवर उन्हे जो चीज अच्छी लगे वो पेहले खा लेते है इससे बाकी चीजे गालेमे पडी रेहती है. लेकीन टी. एम. आर. फीड पद्धतीसे पुरे दाने को एक जैसा स्वाद प्राप्त होता है ओर दाने का चाव बढ जाता है.
- टी. एम.आर. से फायबर के पाचन मे वृद्धी होती है जीससे रुमन मे ज्यादा अॅसिटीक असिड बनता है, जो दुधमे फॅट बढाने कर लिये उपयोगी है.
- जानवर के पेटमे टी. एम. आर. के माध्यम से प्रोटीन्स, फॅट, कार्बोहायड्रेटस, फायबर, मिनरल्स, विटामीन्स आदी चीजे एक साथ उपलब्ध हो जाती है. जिसके कारण उपकारक जीवाणू की मात्रा मे वृद्धी होती है, ईसिलीये मायक्रोबीएल डाईजेशन मे वृद्धी होती है. ओर पाचन ४ से ५ % से बढ जाता है
- टी. एम. आर. ये जानवरो की संख्या के अनुसार ट्रॅकटर की मदतसे, वॅगनमे, बडे फीड मिक्सर मे , या छोटी मात्रा मे फावडे या हातोंसे मिलाकर भी दिया जा सकता है.
- हरा ओर सुखा चारा कुट्टी या चाफ करनेसे अच्छी टी. एम. आर. बनती है ओर इसका अच्छा परिणाम देखा गया है.
- अभी के हालात मे जहा पशु आहार ओर चारेके दाम ज्यादा है, डेअरी फार्मर्स भिन्न प्रकार के नये रॉ मटेरिअल्स गाय/ भैस को खिलाकर उत्पाद खर्च काम करना चाहते है. ऐसे नये घटक यदी टी. एम. आर. के माध्यम से दिये जाते है तो जानवर इसे जल्दी से स्वीकार कर लेता है .
टी. एम. आर. कितना ओर कैसे बनाये ?
टी एम आर बनाने के लिये ५ से ७ मिनिट इतना समय काफी होता है, इससे ज्यादा देर मिक्सिंग करने पर इसके पार्टिकल (दाने का आकार) छोटे होना शुरू हो जाता है. इसीलिये टी एम आर को ज्यादा देर तक (ओव्हरमिक्स) ना करे. एक ५०० कि ग्रा. वजन ओर १५ से २० लिटर दुध देनेवाली गाय के लिये ओर ८ से १० लिटर दुध देनेवाली भैस के लिये ७ कि. ग्रा. पशु आहार या दाना , २० से २२ कि. ग्रा. हरा चारा ओर ५ कि. ग्रा. सुखा चारा ऐसे कुल मिलाकर ३२ से ३४ कि. ग्रा., टी. एम. आर. १६ से १७ किलो सुबह ओर शाम दो वक्त बाटकर दे. हरा चारा नही होनेपर ५ कि. ग्रा. हरे चारे के पीछे १ कि. ग्रा. सुखा चारा बढाकर दे. ईस प्रकार जानवरके शारीरिक वजन ओर दुध उत्पाद को ध्यान मे रखकर टी. एम. आर. बनाये.
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डॉ. पराग घोगले