तकनीकी व्यावसायिक डेयरी फॉर्मिंग – देसी गाय प्रबंधन

प्रिय राष्ट्र और समाज प्रेमियों का  स्वागत हैं !

हमारी कोशिश 30 साल के व्यावहारिक और तकनीकी ज्ञान को आपसे साझा करने का प्रयास करेंगे। सबसे पहले तो तकनीकी व्यावसायिक डेयरी फॉर्मिंग में आपकी रुचि के लिए आपका धन्यवाद। जैसा कि आप गाय प्रबंधन पर हमारे सात घंटे के वीडियो को देख और समझ चुके हैं, हमारी उम्मीद है कि आपकी बुनियादी अवधारणाएं स्पष्ट हैं।  केवल बेहतर ट्यूनिंग और यह समझ विकसित करने के लिए है कि, क्या हम भविष्य में और केंद्रित और लक्ष्यबद्ध ढंग से काम कर सकते हैं। अब इन नोट्स को पढ़ते हुए आपके हाथ में पेन, पेंसिल, रबर, डायरी और कैलकुलेटर होना चाहिए।

सबसे पहले यह समझने की कोशिश करते है कि हमें डेयरी फॉर्मिंग को नैतिक आधार पर क्यों करना चाहिए?

पिछले 30 वर्षों में, लाखों मीट्रिक टन कीटनाशक,  उर्वरकों का खेती में उपयोग किया गया है। यह हमारे पारिस्थितिकी चक्र को बिगाड़ने की शुरुआत थी। पशु मिट्टी में उगे पौधों से भोजन ग्रहण करते हैं, और ज़मीन के खतरनाक अवशेष गायों औऱ  पशुवों के शरीर में भी पहुंच गए। पशुओं के पेट से ये जहर हम मानवों को दूध और दूध से बनी चीजों जैसे घी, छाछ, पनीर, आइसक्रीम आदि के रूप में पहुंच गया। यही वजह है जो इंसानों में बीमारियों का ग्राफ बढ़ा और दवाईयों का असर कम (Multi Drug Resistance MDR ) होने लगा। हमारे विचार में सभी मनुष्यों को सही प्रक्रिया और नीतिगत ढ़ंग से उत्पादित सुरक्षित भोजन प्राप्त करने का अधिकार है।

यदि आप निवेशक, प्री-स्टॉर्टअप, स्टॉर्ट-अप, गौशाला या डेयरी फॉर्म मालिक है तो आपको औद्योगिक रुप से इन 9 बिंदुओं पर विचार की आवश्यकता है।

  1. अकाउंटिंग
  2. लागत
  3. बजट
  4. ऑडिट
  5. उत्पादकता
  6. लाभ
  7. उत्पादन
  8. प्रोसेसिंग
  9. विपणन (Marketing)

अगर आप गाय प्रबंधन समझने के लिए कम से कम 1 वर्ष और बछड़े से लेकर गाय तक समझने के लिए न्यूनतम 3 वर्ष काम करने को तैयार है, तो हम पेशेवर ढंग से आपकी मदद के लिए आपके साथ हैं।

हमारे 30 साल का पेशेवर अनुभव आपको मिलेगा और हमारे दो डेयरी फॉर्म-

  1. गौ प्रबंधन हेतु- एक दिल्ली और दूसरा भोपाल में आपको ऑन जॉब ट्रेनिंग मिलेगी और
  2. श्याम गौशाला औरंगाबाद, महाराष्ट्र में गोबर और गौमूत्र से तैयार उत्पाद और कृषि में गोबर-गौमूत्र के उपयोग की ट्रेनिंग मिलेगी। श्याम गौशाला – बिना दूध बेचे अपना खर्च सिर्फ गोबर-गौमूत्र उत्पाद विक्रय से चलाती है।

प्री-स्टॉर्टअप फेस में 4 दिनों में 4 सेशन में 33 ऑनलाइन विषयों को समझने और उपयोगी किताबों के अध्ययन, अनुशंसित केस स्टडीज को मौके पर जाकर देखने आदि के लिए आपको एक माह का वक्त देना होगा जिसके उपरांत आप ऑनजॉब ट्रेनिंग में शामिल हो सकते हैं। हमने ईमेल किट का सेट तैयार किया है, जिसमें 12 महीने के लिए प्री -स्टार्ट अप, स्टार्टअप और मासिक ऑनलाइन ऑडिट सिस्टम पैटर्न को समझने के लिए महत्वपूर्ण  अटैचमेंट शामिल है। इनके जरिए आप अपनी बुनियादी अवधारणाओं को पूरा कर सकते हैं। हमारी सोच है कि- पहले वर्ष में निवेश की मूल अवधारणा समझने, दूसरे वर्ष में व्यापार में ब्रेक इवन लाने और दूसरे या तीसरे साल में लाभ पाने के लिए हमारे  ई-मेल सेट्स से आपकी समझ बन जाएगी।

मूल सवाल कुछ इस प्रकार है

  1. SWOT विश्लेषण
  2. आपका निवेश
  3. आपके संसाधन
  4. बाज़ार स्टडी और प्रतियोगिता विश्लेषण
  5. दूध, छाछ और घी की उत्पादन लागत
  6. गोबर, गौमूत्र और गोबर आधारित 25 उत्पादों से आय
  7. प्रोजेक्ट रिपोर्ट

आपकी गाय के दूध को 20 से 60 फीसदी कैसे बढ़ाये।

अगर आपकी गाय एक ब्यात में 2,000 लीटर दूध देती है तो हमें इसी गाय के दूध को 400 से 1200 लीटर बढ़ाने पर काम करना है।

तकनिकी सलाहकार की मदद लेकर

  • साल में अगर दो बार गाय के पैर के खुर काटने से ब्यात में 100 लीटर तक दूध बढ़ सकता है। (पेशेवर खुर काटने वाला ढ़ूढ़िए वर्ना मुश्किल होगी)
  • साल में तीन बार योग्य कृमिनाशक (आयुर्वेदिक/होमियोपैथी) देना जरूरी है जिससे 100 लीटर दूध बढ़ सकता है
  • साल में समय पर टीकाकरण करना आवश्यक है। जिससे 100 लीटर दूध बढ़ सकता है। (सरकारी टीका या सब्सिडी वाला टीका ना लें, बाज़ार से खरीदकर लगाएं।)
  • आपके डेयरी फार्म में उचित वातावरण और प्रबंधन से 200 लीटर तक दूध बढ़ सकता है। (प्रबंधन की हिंदी किताब पढ़े। मूल्य ₹1500-)
  • आपके डेयरी फार्म पर थनैला की बीमारी पर नियंत्रण हो गया तो 200 लीटर दूध बढ़ सकता है। (परीक्षण किट और थन को दबाने का कप इस्तेमाल करें। मूल्य ₹782-)
  • आपकी डेयरी में आहार संतुलन पर काम हो गया तो 200 लीटर तक दूध बढ़ सकता है।

थोड़ी सावधानी और उपायों से आपकी  गाय एक ब्यात में  400 से 1200  लीटर ज्यादा  दूध दे सकती है। दूध का दाम ₹ 25 भी माने, तो इन उपायों से आपकी हर गाय से सालाना कम से कम ₹10,000 से ₹30,000 फायदा बढ़ सकता है।

आपकी गाय के दूध को 20 से 60 फीसदी कैसे बढ़ाये।

अगर आपकी गाय एक ब्यात में 2,000 लीटर दूध देती है तो हमें इसी गाय के दूध को 400 से 1200 लीटर बढ़ाने पर काम करना है।

तकनिकी सलाहकार की मदद लेकर

  • साल में अगर दो बार गाय के पैर के खुर काटने से ब्यात में 100 लीटर तक दूध बढ़ सकता है। (पेशेवर खुर काटने वाला ढ़ूढ़िए वर्ना मुश्किल होगी)
  • साल में तीन बार योग्य कृमिनाशक (आयुर्वेदिक/होमियोपैथी) देना जरूरी है जिससे 100 लीटर दूध बढ़ सकता है
  • साल में समय पर टीकाकरण करना आवश्यक है। जिससे 100 लीटर दूध बढ़ सकता है। ( सरकारी टीका या सब्सिडी वाला टीका ना लें, बाज़ार से खरीदकर लगाएं।)
  • आपके डेयरी फार्म में उचित वातावरण और प्रबंधन से 200 लीटर तक दूध बढ़ सकता है। (प्रबंधन की हिंदी किताब पढ़े। मूल्य ₹1500-)
  • आपके डेयरी फार्म पर थनैला की बीमारी पर नियंत्रण हो गया तो 200 लीटर दूध बढ़ सकता है। (परीक्षण किट और थन को दबाने का कप इस्तेमाल करें। मूल्य ₹782-)
  • आपकी डेयरी में आहार संतुलन पर काम हो गया तो 200 लीटर तक दूध बढ़ सकता है।

थोड़ी सावधानी और उपायों से आपकी  गाय एक ब्यात में  400 से 1200  लीटर ज्यादा  दूध दे सकती है।

दूध का दाम ₹25 भी माने ,तो इन उपायों से आपकी हर गाय से सालाना कम से कम ₹10,000 से ₹30,000 फायदा बढ़ सकता है।

Read: गौपालन में गाभिन की समस्या, कारण और सुझाव


डॉ प्रशांत योगी

MVSc, DBM, PGT (Isreal)
Mobile No.- 8624070972, 9822194289
Mail id -dryogi972@gmail.com
Website- Bhartiyacow.com